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जेनरेटिव एआई को लेकर डॉयचे वेले का क्या रुख है?

मानुएला कास्पर क्लैरिज
२१ सितम्बर २०२३

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पत्रकारिता को बदल देगी. मुख्य संपादक मानुएला कास्पर क्लैरिज बता रही हैं कि डीडब्ल्यू एआई के साधनों का इस्तेमाल कैसे करेगा और पत्रकारिता के हरेक पहलू में पत्रकारों की भूमिका अहम बनी रहेगी.

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डॉयचे वेले एआई का इस्तेमाल करेगा लेकिन कंटेंट पर पत्रकारों का ही नियंत्रण होगा
डॉयचे वेले का आर्टिफिशियल इंटेलिजें पर क्या रुख होगातस्वीर: Marius Becker/dpa/picture alliance

डॉयचे वेले इस साल 70 साल का हो गया. शुरुआत से ही हम अपने दुनिया भर के श्रोताओं को भरोसेमंद, बेहतरीन और स्वतंत्र पत्रकारिता उपलब्ध कराने के स्पष्ट मिशन को लेकर चले हैं.

जिन रास्तों पर चल कर हमने यह किया है वह बीते दशकों में बदले हैं. हम लगातार विकसित हो रहे हैं. रेडियो से टेलिविजन और इंटरनेट से लेकर सोशल मीडिया तक जानकारी जुटाने और पत्रकारिता के लिए कंटेंट बनाने के तरीकों में हमने खुद को इस तरह ढाला है कि आप तक पहुंच सकें. हालांकि हमारी उच्च दर्जे की पत्रकारिता के मानक हमेशा एक ही रहे हैं. 

अब हम लोग अगले बड़े परिवर्तन के बीच में हैं. जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसएक विध्वंसकारी ताकत है. बहुत सारे उद्योग इस बड़े परिवर्तन का अनुभव करेंगे या फिर पहले से ही करना शुरू कर चुके हैं और पत्रकारिता कोई अपवाद नहीं है.

पारदर्शिता हमारे मानकों का सबसे मजबूत स्तंभ है, तो मैं पत्रकारिता में जेनेरेटिव एआई को लेकर हमारी सोच आपके साथ साझा करना चाहूंगी. 

पत्रकारों के हाथ में नियंत्रण

डीडब्ल्यू की कड़ी प्रतिबद्धता ऐसी पत्रकारिता के लिए है जिसे लोग बनाते हैं. हम जेनरेटिव एआई को ऐसे साधन के रूप में नहीं देखते जो हमारे पत्रकारों और संपादकों के काम की जगह ले लें. इसका मतलब है कि अगर आप डीडब्ल्यू की पत्रकारिता से निकली किसी खबर को पढ़, देख या सुन रहे हैं तो आप निश्चिंत हो सकते हैं कि इसके लिए जिम्मेदार डीडब्ल्यू के पत्रकार हैं. 

मानुएला कास्पर क्लैरिज, मुख्य संपादक, डीडब्ल्यू
मानुएला कास्पर क्लैरिज, मुख्य संपादक, डीडब्ल्यूतस्वीर: DW/R. Oberhammer

हमारे पत्रकार हमारी गुणवत्ता की गारंटी हैं. स्वतंत्रता, परिश्रम, पारदर्शिता, सम्मान, विचारों की बहुलता और विविधता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता हर हाल में लागू होती है. इसके साथ साथ हम यह भी परखना चाहते हैं कि एआई के उपकरण हमारी पत्रकारिता में कैसे सहयोग दे सकते हैं.

डीडब्ल्यू पहले से ही एआई आधारित उपकरण अपने पत्रकारों की मदद के लिए इस्तेमाल कर रहा है. उदाहरण के तौर पर ये उपकरण खबरों के लिए बड़ी संख्या में आंकड़ों के विश्लेषण और एक भाषा की कहानी को दूसरी भाषा में रूपांतरित करने में हमारी मदद करते हैं. हम एआई का इस्तेमाल सर्च इंजन में हमारी कहानियों के प्रदर्शन को बेहतर करने और सोशल मीडिया सहकर्मियों को हेट स्पीच की तुरंत पहचान करने में कर सकते हैं. एआई के जरिए तैयार होने वाले वीडियो के सबटाइटल उन्हें बहुत ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में मदद कर सकते हैं.

पत्रकारों का काम आसान करने वाला टूल ला रहा है गूगल

हम इन प्रगतियों को इस्तेमाल करने के तरीकों पर नजर रखेंगे.  हालांकि हमारे पत्रकारों का इन उपकरणों पर नियंत्रण बना रहेगा और वो किसी भी चीज को प्रकाशित करने से पहले उसकी समीक्षा करेंगे. हम एआई को इस्तेमाल करने के तरीकों के बारे में हमेशा मुक्त और पारदर्शी रहेंगे.

एआई चैटबॉट्स, जैसे कि चैटजीपीटी कभी भी सूचना का भरोसेमंद स्रोत नहीं हो सकते. ये प्रेरणा दे सकते हैं लेकिन भरोसेमंद जानकारी नहीं. वे गलतियां करते हैं और जानकारी कहां से मिली इसके बारे में पारदर्शी नहीं होते. हम चैटबोट से आने वाली हर जानकारी को उसी तरह से परखेंगे जैसे कि दूसरे स्रोतों से आने वाली जानकारी को करते हैं. हम एआई चैटबॉट्स को जानकारी के सीधे स्रोत के रूप में इस्तेमाल नहीं करेंगे.

हम फैक्ट चेक करने की अपनी क्षमता को भी बढ़ाएंगे. जेनरेटिव एआई गलत जानकारी पैदा करने और उसे दुनिया भर में फैलाने को आसान बनाती है. पत्रकार के रूप में यह हमारा काम है कि इस गलत जानकारी का सच बताएं.

एआई से रची तस्वीरें 

हम एआई के द्वारा बनाई गई तस्वीरों को छापने का कोई महत्व नहीं देखते. इसका मतलब है कि अपने काम के लिए हम इस तरह की तस्वीरें नहीं बनाएंगे. अगर हमें किसी और की बनाई एआई वाली तस्वीरों पर रिपोर्ट करना होगा तो हम स्पष्ट रूप से बताएंगे के ये तस्वीरें एआई से बनाई गई हैं और असली नहीं हैं.

हालांकि हम जेनरेटिव एआई का इस्तेमाल इलस्ट्रेशन या डाटा विजुअलाइजेशन को तैयार करने या बेहतर बनाने में कर सकते हैं.

चुनौतियां और मौके

हम जानते हैं कि जेनरेटिव एआई के खतरे हैं. हम जानते हैं कि यह गलत सूचनाओं को पहले की तुलना में बहुत बड़े पैमाने पर फैला सकता है. हम जानते हैं कि जिस डाटाबेस पर यह बनाया गया है वह समाज के पूर्वाग्रहों पर आधारित हो सकता है. हम लगातार अपने पत्रकारों को इन पूर्वाग्रहों की पहचान करने के लिए प्रशिक्षित करेंगे. हम एआई उपकरणों और सेवाओं के इस्तेमाल में डाटा सिक्योरिटी और निजता के नियमों का बहुत गंभीरता से पालन करेंगे.

एआई का उचित इस्तेमाल एक मौका भी हो सकता है. यह हमारे पत्रकारों को मानक कामों में मदद और उन्हें अपनी मेज से उठकर जरूरी चीजों के बारे में बाहर निकल कर खोज करने, जमीन पर लोगों से बात करने और अलग अलग स्वरूपों को जानने और बताने के लिए समय दे सकता है. ये वो कहानियां हैं जिन्हें हमारे यूजर महत्व देते हैं और जो मशीनें कभी नहीं दे सकतीं.

वास्तविक, विशेष और लोग जिन चीजों की कद्र करते हैं उसके केंद्र तक पहुंचना, निश्चित रूप से उसी गुणवत्ता के साथ जो डीडब्ल्यू पिछले सात दशकों से मुहैया करा रहा है.