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क्या पुरुष भी नारीवादी हो सकते हैं?
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चूंकि नारीवादी विचारधारा को पुरुषों से विरोध का सामना करना पड़ा है, तो सवाल कायम है कि क्या पुरुष नारीवादी हो सकते हैं?
किस देश में मीडिया पर सबसे ज्यादा भरोसा
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हर साल रॉयटर्स इंस्टिट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ जर्नलिजम डिजिटल न्यूज के उपभोग पर रिपोर्ट जारी करता है.
क्या हो अगर जर्मनी में सिर्फ महिलाएं ही वोट डालें?
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अगर सिर्फ महिलाएं वोट डालें, तो जर्मनी की राजनीतिक तस्वीर कैसी दिखेगी? कौन सी पार्टियां सत्ता में होंगी?
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स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से खेल-जगत में पिछड़ रही महिलाएं.
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खेल के क्षेत्र में स्वास्थ्य से जुड़ी असमानताओं से जूझ रही हैं महिलाएं. इस अंतर को कैसे कम किया जा सकता है, जानिए.
अब डेनमार्क में भी महिलाएं सेना में भर्ती होंगी
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यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच कई यूरोपीय देश अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं.
बांझपन के इलाज की बेहतर सुविधाएं मांगती जर्मन महिलाएं
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जर्मनी में हर छह में से एक महिला को बांझपन की समस्या है. वहीं, गर्भधारण में मददगार दवाएं भी सबको उपलब्ध नहीं हैं.
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विशेष
पॉडकास्ट: वो कौन थी?
कहानियां उन महिलाओं की जिन्होंने बदल दी यह दुनिया.
वो कौन थी? सीजन 1 एपिसोड 5: सावित्री बाई फुले
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हम बचपन से औरतों को ही टीचर और नर्स की भूमिका में देखते आए हैं. ऐसे में अकसर इन्हें महिलाओं से जुड़ा पेशा ही माना जाता है. लेकिन एक सदी पहले तक ऐसा नहीं था. सौ साल पहले के भारत में जब सावित्री बाई फुले ने पहली बार टीचर बनने की कोशिश की थी तो इसका इनाम उन्हें यह मिला था कि परिवार ने उन्हें घर से ही निकाल दिया था. यह कहानी है उस महिला की जिसने भारत के समाज में लड़कियों को अपनी जगह बनानी सिखाई.
वो कौन थी? सीजन 1 एपिसोड 4: आने फ्रांक
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एक 14 साल की बच्ची दुनिया के बारे में कितना जानती समझती होगी? आने फ्रांक की डायरी उठा कर पढ़ेंगे तो हैरान रह जाएंगे कि जिस उम्र में लड़के लड़कियों की बातों को बचकाना कह कर नजरअंदाज कर दिया जाता है, उस उम्र में वे भावनाओं को किन गहराइयों में जा कर समझ रहे होते हैं. यह कहानी है उस यहूदी लड़की की जो नाजी काल में अपने परिवार के साथ छिप कर रहने पर मजबूर थी.
वो कौन थी? सीजन 1 एपिसोड 3: हाईपेशिया
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उसे इसलिए कत्ल कर दिया गया क्योंकि मर्दों की दुनिया में वह अकेली थी जो विज्ञान, गणित और दर्शनशास्त्र में महारत रखती थी.
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